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Debit cards और Credit cards में क्या अंतर होता है | Difference of debit and credit cards Hindi

क्या आप भी डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड्स की उलझन में है। मेरा मतलब क्या आप डेबिट और क्रेडिट कार्ड्स में क्या अंतर है ये जानना चाहते हो तो आप बिलकुल सही जगह पर आये हो। हम आज difference between debit cards and credit cards in Hindi में देखने वाले है।

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क्रेडिट कार्ड्स VS. डेबिट कार्ड्स : परिचय

Debit cards और Credit cards में क्या अंतर होता है -Difference of debit and credit cards Hindi
Debit cards और Credit cards में क्या अंतर होता है | Difference of debit and credit cards Hindi

दोस्तों वैसे देखा जाये तो क्रेडिट कार्ड्स और डेबिट कार्ड्स ये दोनों भी देखने में समान ही है, दोनों पर भी १६ डिजिट कार्ड नंबर होता है, समाप्ति तिथि, मैग्नेटिक पट्टी और EMV चिप्स होती है।

दोनों से भी आप खरीदारी कर सकते है स्टोर से, या ऑनलाइन कर सकते है पर एक बड़ा अंतर दोनों में होता है। डेबिट कार्ड्स से आप सिर्फ आपके saving अकाउंट में जितना पैसा होता है उतनी ही आप खर्च कर सकते हो। पर क्रेडिट कार्ड्स में आप एक सीमा तक पैसे को उधार ले सकते हो और जो चाहे वो खरीद सकते हो।

चलिए अब हमने परिचय दो देख लिया अब दोनों कार्ड्स को अच्छे से जानते है ताकि आप सब कुछ समझ पाओ।

Credit cards क्या होते है?

दोस्तों आसान शब्दों में कहा जाये तो क्रेडिट कार्ड्स financial institution यानी वित्तीय संस्थान, banks से ग्राहक को दिए जाते है जिससे ग्राहक पैसे को उधार निकाल सके। क्रेडिट कार्ड के मालिक को उधार लिए हुए पैसे और बैंक के हिसाब से ब्याज को भरना पड़ता है। क्रेडिट कार्ड निम्नलिखित प्रकार की श्रेणियों में जारी किए जाते हैं :

  • Standard cards वो होते है जो ग्राहक को खरीदने, पैसे भेजने और पैसे उधार लेने की क्षमता को बढ़ाता है और वो भी बिना किसी वार्षिक फी के।
  • Premium cards ग्राहक को द्वारपाल सेवाएं, एयरपोर्ट पर जल्दी एक्सेस, किसी स्पेशल कार्यक्रम का एक्सेस और बोहोत कुछ देता है पर इस कार्ड की वार्षिक फी ज्यादा होती है।
  • Rewards cards ये ग्राहक को कॅश बैक देना, ट्रेवल पॉइंट्स यानी यात्रा के पॉइंट्स देना और कुछ फायदे देता है जो ग्राहक के खर्च करने पर निर्भर होते है।
  • Balance transfer कार्ड्स पर आपको इंटरेस्ट यानी ब्याज दर कम मिलता है और भेजे हुए पैसे को भी कम चार्ज किया जाता है।
  • Secured credit कार्ड को प्रारंभिक नकद जमा की आवश्यकता होती है जो जारीकर्ता द्वारा संपार्श्विक के रूप में आयोजित की जाती है।
  • Charge कार्ड्स पर आपको कोई भी खर्च करने की लिमिट नहीं मिलती है पर आपको इसे महीना दर महीना भुगतान भरना पड़ता है।

क्रेडिट कार्ड के ग्राहक कॅश बैक, डिस्कोउन्ट्स, यात्रा पॉइंट्स और कई सारे फायदे मिलते है जो डेबिट कार्ड होल्डर को नहीं मिलते है।

एक टिप देना चाहूंगा : – जब भी आप रिवार्ड्स कार्ड्स को लेंगे तब ध्यान रहे की आपके रिवार्ड्स कब ख़तम होने वाले है और आप उसे कब रिडम करने वाले हो।

Credit cards के फायदे

क्रेडिट कार्ड्स काफी सारे फायदे को आपको देता है पर जहाँपर फायदे आये वहापर नुकसान भी आया।

वारंटी और खरीदारी पर सुरक्षा

कुछ क्रेडिट कार्ड्स पर आपको ज्यादा फायदे जैसे warranty और खरीदारी पर सुरक्षा देना ये देते है।

जैसे समझो अगर आपने क्रेडिट कार्ड्स से कोई चीज़ खरीदी और वो वारंटी ख़तम होने के बाद फौल्टी हो गई तो आप उसे रिकवर कर सकते हो। पर उसके लिए आपके क्रेडिट कार्ड में ये फैसिलिटी होनी चाहिए जिसमे आपको प्रोडक्ट फिरसे मिल सकता है।

क्रेडिट कार्ड्स के नुकसान

सबसे पहले आप क्रेडिट कार्ड्स से बैंक के पैसो को इस्तेमाल कर रहे हो जिसको आपको टाइम तो टाइम repaid यानी भरना होगा। और ये पैसे आपको इंटरेस्ट यानी ब्याज के साथ भरना होता है। अगर आप पैसे भरने में देरी करते हो तो आपका दंड भी पैसे के स्वरुप में भरना होगा।

Debit cards क्या होते है?

आसान शब्दों में बताये तो डेबिट कार्ड्स ऐसे कार्ड्स होते जो सीधा आपके बैंक खाते से या आपने लिए हुए loan से पैसे को काटते है।

दो प्रकार के डेबिट कार्ड्स होते है :-

  • Standard debit cards जो आपको बैंक खाता खोलते समय मिलते है।
  • Electronic benefits transfer [EBT] कार्ड्स जो राज्य या फेडरल एजेन्सी के द्वारा अनुमति से दिए जाते है जिससे बोहोत सारे लाभ और खरीदारी वो कर सकते है।
  • Prepaid debit cards जिसपर बिना आपके बैंक खाते से पैसे खर्च न कर पहले से लोड किये हुए पैसो को ग्राहक खर्च कर सकता है।

डेबिट कार्ड्स के फायदे

डेबिट कार्ड्स से सीधा आपके बैंक के खाते से पैसे जाते है इसका मतलब कर्ज का कोई धोखा रहता नहीं है।

डेबिट कार्ड्स यूज़ करने से ग्राहक सही तरीकेसे पैसो को खर्च करता है।

कुछ डेबिट कार्ड्स जो पेमेंट प्रोसेसर्स से मिलते है यानी जो Visa, Mastercard से दिए जाते है वो फ्रॉड [Fraud protection] सुरक्षा को भी प्रधान करते है।

बोहोत सारे क्रेडिट कार्ड्स annual यानी वार्षिक शुल्क को लेते है पर डेबिट कार्ड्स में वार्षिक शुल्क नहीं लिया जाता। डेबिट कार्ड्स से पैसे निकालने के कोई शुल्क वार्षिक नहीं लिया जाता है। वही क्रेडिट कार्ड्स में आपको वार्षिक शुल्क के साथ साथ ब्याज को भी भरना पड़ता है।

डेबिट कार्ड्स के नुकसान

अगर आपके पास reward checking account है तो भी आपको किसी खरीदारी पर points, cash back नहीं मिलते है क्युकी आपने डेबिट कार्ड को यूज़ किया है।

डेबिट कार्ड्स कोई वार्षिक शुल्क नहीं लेता है पर वो बाकि शुल्क को आपसे वसूल करता है। जिसमे monthly maintenance शुल्क, overdraft शुल्क, return शुल्क, foreign ATM शुल्क ये शामिल है।

निष्कर्ष

तो आपने देखा की क्रेडिट कार्ड्स और डेबिट कार्ड्स में क्या अंतर होता है आशा करता हु समझ आया होगा अगर नहीं तो फिरसे पढ़िए। और अगर कोई समस्या है तो आप मुझे कमैंट्स में पूछ सकते हो इसे पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद।

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